"आठ मार्च-आठ दोहे"
कहने को महिला दिवस,
मना रहे सब आज।
रोज नारियों की यहाँ,
लुटती जाती लाज।१।
कुछ महिलाएँ हैं अभी,
दुनिया से अनजान।
घर के बाहर नहीं है, उनकी कुछ पहचान।२।
परिणय के पश्चात ही,
लगा लिया उपनाम।
ढोना है इस उपनाम को,
अब तो उम्र तमाम।३।
नारी नर की खान है,
सब देते सन्देश।
सिर्फ सुनाने के लिए,
उनके हैं उपदेश।४।
युगों-युगों से नारि का,
होता मर्दन मान।
राम रम रहे जगत में,
सीता है गुमनाम।५।
जागो अब तो नारियों,
तुम हो दुर्गा रूप।
तुम्हें बदलना चाहिए,
मौसम के अनुरूप।६।
आज समय की माँग है,
दो परिवेश सुधार।
कर्तव्यों के साथ में,
छीनों अब अधिकार।७।
शक्ति स्वरूपा हो तुम्हीं,
माता का अवतार।
तुमको ही तो जगत का,
करना है उद्धार।८।
|
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शुक्रवार, 8 मार्च 2013
"महिला दिवस" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
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जवाब देंहटाएंगोया गैया गोपियाँ, गोरखधंधा गोप |
जवाब देंहटाएंबन्धन में वे बाँध के, मन की मर्जी थोप |
मन की मर्जी थोप, नारि को हरदम लूटा |
कर इनको आजाद, अन्यथा तोड़े खूंटा |
वही काटते आज, जमाने ने जो बोया |
रहें कुंवारे पुरुष, अश्रु से नयन भिगोया ||
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंलिखने और मानने में बहुत अंतर है
जवाब देंहटाएंसार्थकता तब होगी जब हर कोई नारी को मन से सम्मान दे
आदरणीय गुरुदेव श्री सादर प्रणाम नारी दिवस पर अच्छी सीख देते और सकारात्मक उर्जा को प्रदान करते सुन्दर दोहों हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें.
जवाब देंहटाएंसबको शुभकामनायें, प्रेरक पंक्तियाँ..
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति ! महिला दिवस पर सभी को बधाई !
जवाब देंहटाएंprerak panktiyan .
जवाब देंहटाएंसार्थक अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा शनिवार (9-3-2013) के चर्चा मंच पर भी है ।
सूचनार्थ!
आज समय की माँग है, दो परिवेश सुधार।
जवाब देंहटाएंकर्तव्यों के साथ में, छीनों अब अधिकार।
Recent post: रंग गुलाल है यारो,
सवालों को हल करती हुई post.
जवाब देंहटाएंसम्यक और सार्थक दोहे.
जवाब देंहटाएंसुंदर , सार्थक दोहे
जवाब देंहटाएंशक्ति स्वरूपा हो तुम्हीं, माता का अवतार।
जवाब देंहटाएंतुमको ही तो जगत का, करना है उद्धार।८।
...बहुत सुन्दर और सार्थक दोहे..
सुन्दर भावाभिव्यक्ति शक्ति स्वरूपा हो तुम्हीं, माता का अवतार।
जवाब देंहटाएंतुमको ही तो जगत का, करना है उद्धार।८।
सुन्दर भाव पूर्ण रचना
जवाब देंहटाएंप्रेरणादायी, अर्थपूर्ण पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंनारी दिवस पर बहुत ही सार्थक दोहे,भावपूर्ण सुन्दर प्रस्तुति,आभार आदरणीय.
जवाब देंहटाएंबहुत उचित कहा है !
जवाब देंहटाएंबहत ही सुन्दर सार्थक दोहे
जवाब देंहटाएंlatest postमहाशिव रात्रि
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prerak post..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ !
सादर
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
अर्ज सुनिये