काफी समय पहले
मधुमास का यह गीत लिखा था!
मेरे आग्रह पर इसे मेरी मुँहबोली भतीजी
अर्चना चावजी ने बहुत मन से गाया था!
आप भी इस गीत का रस लीजिए!
फागुन की फागुनिया लेकर, आया मधुमास!
पेड़ों पर कोपलियाँ लेकर, आया मधुमास!!
धूल उड़ाती पछुआ चलती, जिउरा लेत हिलोर,
देख खेत में सरसों खिलती, नाचे मन का मोर,
फूलों में पंखुड़िया लेकर, आया मधुमास!
पेड़ों पर कोपलियाँ लेकर, आया मधुमास!!
निर्मल नभ है मन चञ्चल है, सुधरा है परिवेश,
माटी के कण-कण में, अभिनव उभरा है सन्देश,
गीतों में लावणियाँ लेकर, आया मधुमास!
पेड़ों पर कोपलियाँ लेकर, आया मधुमास!!
छम-छम कानों में बजती हैं गोरी की पायलियाँ,
चहक उठी हैं, महक उठी हैं, सारी सूनी गलियाँ,
होली की रागनियाँ लेकर, आया मधुमास!
पेड़ों पर कोपलियाँ लेकर, आया मधुमास!!
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रविवार, 17 मार्च 2013
"फागुन की फागुनिया लेकर, आया मधुमास!" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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बढिया, बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंवाह अतिसुन्दर .... मनमोहक डाक्टर साब ....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर फगुआ गीत, बधाई.
जवाब देंहटाएंमनमोहक गीत....
जवाब देंहटाएंsundar geet ...madhur awaz ....
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रविष्टि कल दिनांक 18-03-2013 को सोमवारीय चर्चा : चर्चामंच-1187 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
.बहुत सुन्दर आभार हाय रे .!..मोदी का दिमाग ................... .महिलाओं के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
जवाब देंहटाएंमनमोहक गीत... अर्चना जी की मीठी और सुरीली आवाज़ ने और भी मधुर रस घोल दिये... :-)
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत!
~सादर!!!
बढ़िया है आदरणीय |
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें ||
बहुत ही मनमोहक फगुआ गीत.आभार आदरणीय.
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारा गीत
जवाब देंहटाएंबढ़िया कविता और प्यारी आवाज में गाई गयी रचना का क्या कहना |
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत उम्दा ,अर्चना जी के सुंदर आवाज लाजबाब प्रस्तुति ....आभार
जवाब देंहटाएंRecent Post: सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार,
बहुत सुन्दर आगमन मधुमास का..
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंस्वर और संगीत बंदिश का सभी उत्कृष्ट दर्जे का रहा .