रौनक घर की तुमसे ही है,
तुमसे ही अस्तित्व हमारा।
धन्य हुआ है जीवन अपना,
पा करके अपनत्व तुम्हारा।।
खनक रहे हैं बर्तन सारे,
चहक रही है भोजनशाला।
भाँति-भाति के पकवानों से,
महक रही अवगुंठित माला।
रोटी-दाल-भात सबमें ही,
रचा-बसा अमृत्व तुम्हारा।
धन्य हुआ है जीवन अपना,
पा करके अपनत्व तुम्हारा।।
तुमसे ही जग अच्छा लगता,
तुमसे ही है दुनियादारी।
तुमसे ही फल-फूल रही है,
वंश-बेल की ये फुलवारी।
धन्य हुए हैं बेटे-पोते,
पाकर के मातृत्व तुम्हारा।
धन्य हुआ है जीवन अपना,
पा करके अपनत्व तुम्हारा।।
चाहे आलीशान भवन हो,
लेकिन घर है घरवाली से।
उपवन तो सुरभित होता है,
केवल उपवन के माली से।
रमा हुआ घर की माटी के,
कण-कण में है तत्व तुम्हारा।
धन्य हुआ है जीवन अपना,
पा करके अपनत्व
तुम्हारा।।
|
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बुधवार, 13 मार्च 2013
"तुमसे ही अस्तित्व हमारा" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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हकीकत को सुन्दर भाव दिए है आपने !!
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय !!
तुमसे ही जग अच्छा लगता,
जवाब देंहटाएंतुमसे ही है दुनियादारी।
तुमसे ही फल-फूल रही है,
वंश-बेल की ये फुलवारी..
सच लिखा है शास्त्री जी ... जब घरवाली नहीं तो दुनिया कहाँ ... उन्ही से सब कुछ है ...
तुमसे ही जग अच्छा लगता,
जवाब देंहटाएंतुमसे ही है दुनियादारी।
तुमसे ही फल-फूल रही है,
वंश-बेल की ये फुलवारी।,,,बहुत उम्दा जीवन की यही सच्चाई है,,,,
Recent post: होरी नही सुहाय,
प्यार भरी कविता, मधुरता ऐसे ही बनी रहे।
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सटीक चित्रण किया है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर .बेह्तरीन अभिव्यक्ति .शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंजीवन कि सच्ची गाथा गुरु जी वाह
जवाब देंहटाएंअगर सच में इसे अपनाया जाए तो
जीवन साथी का हमेशा साथ हो तो जीवन सुखमय हो जाता है.बहुत ही सटीक चित्रण,आभार आदरणीय.
जवाब देंहटाएंमनभावन प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय-
बहुत सही लिखा, दोनों के साथ से ही संसार सुखी बनता है.
जवाब देंहटाएंरामराम
बहुत बढ़िया ! अगर आज आपकी शादी की सालगिरह है तो मेरी और से आपको और मिसेज शास्त्री जी को हार्दिक शुभ कामनाये !
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रेमपूर्ण रचना..
जवाब देंहटाएंवाह....
:-)
भाई गोदियाल जी!
जवाब देंहटाएंआज तो 13 मार्च है!
हमारी शादी की सालगिरह तो 5 दिसम्बर को होती है!
बहुत सुंदर! ये प्रेम यूँ ही सदा बना रहे.... :-)
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
बहुत सुंदर कविता ...आपका स्नेह साथ बना रहे
जवाब देंहटाएंये साथ यूँ ही बना रहें
जवाब देंहटाएंआप दोनों का प्रेम हमेशा यूं ही बना रहे।
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें..बहुत सुंदर समपर्ण गीत !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लगा पढ़कर...
जवाब देंहटाएं