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शुक्रवार, 13 अप्रैल 2012
"फोटो-फीचर-देहरादून से खटीमा" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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waah bahut khub
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर आपके साथ हम भी दर्शन कर लिए!
जवाब देंहटाएंआपकी सुन्दर तस्वीरों के साथ चंडी देवी तक मानो हमने भी यात्रा कर ली आभार आपका इस वृतांत को हमसे सांझा करने के लिए
जवाब देंहटाएंवाह! जी वाह! बहुत ख़ूब
जवाब देंहटाएंउल्फ़त का असर देखेंगे!
देहरादून यात्रा का सुंदर चित्रण,..बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं.
MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: आँसुओं की कीमत,....
Aapka yah andaj nirala.
जवाब देंहटाएंकैमरा कार
जवाब देंहटाएंप्लेटें फलदार ।
प्राची फ्रिज कम्प्युटर ।
दिया आशीष जी भर ।
प्राची प्रांजल परिवार।
प्यार का आधार ।।
बाबा दादी चले घर ।
नाराज प्राची बिस्तर पर ।।
सुन्दर नज़ारे ।
जंगल प्यारे प्यारे ।
एयर पोर्ट पर वाह ।
ऋषिकेश की राह ।।
जीवन का दर्शन ।
पल्लव पेड़ पर ।
पुराने पत्ते भूमि पर पड़े ।
खाद बनते सड़े ।।
चन्द्र-भागा का तट ।
पहुंचे रिसिकेश झट ।
फलफूल लेकर ।
पुराने साथी के घर ।।
जय जय गंगे ।
जय जय गंगे ।।
हर की पौड़ी, माँ का मंदिर ।
विशाल पुल, आयेंगे फिर ।।
प्राची प्रांजल के लिए प्रस्तुत --
आभार ।।
सुहाने सफ़र की सुहानी यादें खूबसूरती से संजोयी हैं।
जवाब देंहटाएंसुहाना सफर...और ये मौसम हंसी!....वाह!...सब कुछ सुन्दरतम!...कैमरे का मजा तो कुछ और ही रंग ले आया!....आभार!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे दर्शन करा दिए घर बैठे ही हमें तो.
जवाब देंहटाएंचित्रों में व्यक्त सम्पूर्ण यात्रा।
जवाब देंहटाएंओह पूरा उत्तरांचल घुमा दिया आपने
जवाब देंहटाएं