-- जीवन में से घट रहा, एक सुहाना साल। क्या खोया क्या पा लिया, करता हूँ पड़ताल।। -- मना रहा है जन्मदिन, मेरा कुल परिवार। सब अपने ही ढंग से, लायेंगे उपहार।। -- जीवन-साथी चल रहा, थाम हाथ में हाथ। चार दशक से अधिक से, हम दोनों हैं साथ।। -- धीरे-धीरे कट गये, यूँ ही कितने साल। प्यार और तकरार में, हुआ न कभी बवाल।। -- होते घर-परिवार में, कभी-कभी मतभेद। किन्तु नहीं अब तक हुए, आपस में मनभेद। -- सुख सरिता में हो रहा, सीधा-सरल बहाव। पार करे भवसिन्धु को, जीवन की ये नाव।। -- ज्यादातर तो कट गयी, थोड़ी है अवशेष। मन में मैं रखता नहीं, कभी किसी से द्वेष।। -- जगतनियन्ता आपसे, इतना है अनुरोध। जब तक इस जग में रहूँ, रखना मुझे सुबोध।। -- होते बढ़ती उमर में, शिथिल सभी के अंग। मेधा मेरे भाल से, ईश न करना भंग।। -- भगवन कर देना कृपा, लगे न कोई रोग। अन्तसमय तक अंग सब, मेरे रहें निरोग।। -- बीत गये सुख के यहाँ, कितने आज बसन्त। देने को शुभकामना, आये हैं श्रीमन्त।। -- दिल से निकली भावना, है सच्चा उपहार। जन्मदिवस पर सभी का, करता हूँ आभार।। |
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गुरुवार, 3 फ़रवरी 2022
दोहे "ज्यादातर तो कट गयी, थोड़ी है अवशेष" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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जन्मदिन पर बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ! स्वयं के लिखी आपकी यह कविता हरेक के लिए बहुत ही सुंदर संदेश देती है
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंजी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (०४ -०२ -२०२२ ) को
'कह दो कि इन्द्रियों पर वश नहीं चलता'(चर्चा अंक -४३३१) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
जन्मदिन पर बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ । बहुत सुन्दर सृजन ।
जवाब देंहटाएंवन्दन
जवाब देंहटाएंजन्मदिन की हार्दिक बधाई
सुन्दर रचना
मना रहा है जन्मदिन, मेरा कुल परिवार।
जवाब देंहटाएंसब अपने ही ढंग से, लायेंगे उपहार... बहुत ही सुंदर सृजन।
जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ सर।
सादर
ज्यादातर तो कट गयी, थोड़ी है अवशेष।
जवाब देंहटाएंमन में मैं रखता नहीं, कभी किसी से द्वेष।।
रहें सदा यूँ ही प्रिय निर्द्वन्द्व निर्दोष ,
फटके निकट न आपके रोष और प्रति रोष।
मुबारक जन्मदिन सकल परिवारजनों को संयुक्त रहें ऐसे ही सदैव !
kabirakhadabazarmein.blogspot.com
जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ आदरणीय शास्त्री जी। उपहार तो हमें दिया आपने इस सुंदर रचना के रूप में जिसकी एक एक पंक्ति गहन अर्थ को समेटे हुए है। सादर प्रणाम।
जवाब देंहटाएंआपको जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई.. आपकी रचना अत्यंत हृदयस्पर्शी है आपको सादर प्रणाम
जवाब देंहटाएंआप्त-वाणी की तरह ही हृदय से निकलती अति सुन्दर प्रार्थना है ये । हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएं