![]()
चमकेगा अब गगन-भाल।
आने वाला है नया
साल।।
आशाएँ सरसती हैं मन
में,
खुशियाँ बरसेंगी
आँगन में,
सुधरेंगे बिगड़े
हुए हाल।
आने वाला है नया
साल।।
होंगी सब दूर
विफलताएँ,
आयेंगी नई सफलताएँ,
जन्मेंगे फिर से
पाल-बाल।
आने वाला है नया
साल।।
सिक्कों में नहीं
बिकेंगे मन,
सत्ता ढोयेंगे पावन
जन,
अब नहीं चलेंगी
वक्र-चाल।
आने वाला है नया
साल।।
हठयोगी, पण्डे और ग्रन्थी,
हिन्दू-मुस्लिम, कट्टरपन्थी,
अब नहीं बुनेंगे
धर्म-जाल।
आने वाला है नया
साल।।
|
"उच्चारण" 1996 से समाचारपत्र पंजीयक, भारत सरकार नई-दिल्ली द्वारा पंजीकृत है। यहाँ प्रकाशित किसी भी सामग्री को ब्लॉग स्वामी की अनुमति के बिना किसी भी रूप में प्रयोग करना© कॉपीराइट एक्ट का उलंघन माना जायेगा। मित्रों! आपको जानकर हर्ष होगा कि आप सभी काव्यमनीषियों के लिए छन्दविधा को सीखने और सिखाने के लिए हमने सृजन मंच ऑनलाइन का एक छोटा सा प्रयास किया है। कृपया इस मंच में योगदान करने के लिएRoopchandrashastri@gmail.com पर मेल भेज कर कृतार्थ करें। रूप में आमन्त्रित कर दिया जायेगा। सादर...! और हाँ..एक खुशखबरी और है...आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं। बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए। |

आमीन !
जवाब देंहटाएंकाश! ये सभी कामनाएँ पूर्ण हों !
"नव-वर्ष कि अग्रिम शुभकामनाएँ !" :-)
~सादर
केवल शब्द-सौजन्य ही नहीं,भाव भी आशावादी हैं | सचमुच मेरे मन की बात कही है !
जवाब देंहटाएंहठयोगी, पण्डे और ग्रन्थी,
हिन्दू-मुस्लिम, कट्टरपन्थी,
अब नहीं बुनेंगे धर्म-जाल।
बहुत अच्छा लगा !
सुन्दर भावों और आशाओं से ओतप्रोत रचना । नववर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं ।।
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंआशाएँ सरसती हैं मन में,
जवाब देंहटाएंखुशियाँ बरसेंगी आँगन में,
सुधरेंगे बिगड़े हुए हाल।
आने वाला है नया साल।।
आशा की नई किरण....
नया साल सबके जीवन में खुशी भर देगा .........बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंआने वाले साल को सलाम..
जवाब देंहटाएंआपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार २४/१२/१३ को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी,आपका वहाँ हार्दिक स्वागत है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर............ नववर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं ।।
जवाब देंहटाएंदिल के खुश रखने को ग़ालिब ये ख्याल अच्छा है...
जवाब देंहटाएंसुन्दर संकल्पों की रचना
जवाब देंहटाएंसिक्कों में नहीं बिकेंगे मन,
सत्ता ढोयेंगे पावन जन,
अब नहीं चलेंगी वक्र-चाल।
आने वाला है नया साल।।
क्या बात वाह! बहुत ख़ूब!
जवाब देंहटाएंअरे! मैं कैसे नहीं हूँ ख़ास?