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बुधवार, 26 जनवरी 2022
गीत "गणतन्त्र दिवस पर राग यही दुहराया है" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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नये साल की नयी सुबह में, कोयल आयी है घर में। कुहू-कुहू गाने वालों के, चीत्कार पसरा सुर में।। निर्लज-हठी, कुटिल-कौओं ने,...
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कुहरे ने सूरज ढका , थर-थर काँपे देह। पर्वत पर हिमपात है , मैदानों पर मेह।१। -- कल तक छोटे वस्त्र थे , फैशन की थी होड़। लेक...
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सपना जो पूरा हुआ! सपने तो व्यक्ति जीवनभर देखता है, कभी खुली आँखों से तो कभी बन्द आँखों से। साहित्य का विद्यार्थी होने के नाते...
जी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार (२७-०१ -२०२२ ) को
'गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ....'(चर्चा-अंक-४३२३) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
वास्तव में हमारे मुट्ठी भर शीर्ष नेता शाइनिंग इंडिया, हैप्पी इंडिया, जगद्गुरु भारत, मेरा भारत महान और सोने की चिड़िया भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं.
जवाब देंहटाएंअब अगर 138 करोड़ आबादी में से मात्र 100 करोड़ दुनिया के इस सबसे बड़े गणतंत्र में रोटी-कपडा मकान के लिए तरसते हैं तो कौन सा पहाड़ टूट रहा है?